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Wednesday, February 28, 2018


हल्के और आर्गेनिक रंगों और अच्छी क्वालिटी के गुलाल का इस्तेमाल करें। अगर कोई होली खेलने के लिए आपके घर आता है तो भी आप उन्हें अपना रंग आॅफर करें, न कि उनके द्वारा लाए हुए रंगों के साथ होली खेलें। किसी और के घर अथवा बाहर होली खेलने जाते समय भी अपने रंग साथ ले जाए और अगर जहां तक हो सके इन्हीं रंगों का इस्तेमाल करें। बेहतर और सही रंगों  के इस्तेमाल का सबसे अच्छा तरीका है गाढ़े, खतरनाक रंगों और पेंट जैसी चीजों  के इस्तेमाल से बचें।

होली के रंगों से खेलने के खाद धूप में बैठने से बचिए ।


होली खेलने के बाद धूप में बैठने से शरीर पर रग सूख जाएंगे और इन्हें निकालने में परेशानी हो सकती है ।

जितनी जल्दी हो सके नहाए । 


होली खेलने के बाद जितनी जल्दी हो सके नहाएं। इससे रंगों को सूखने का वक्त नहीं मिलेगा और इससे यह आपकी त्वचा और सिर में चिपकेंगे नहीं ।

सिर की त्वचा में त्तेल लगाए। 


होली खेलने से पहले सिर्फ बालों में तेल न लगाएं । अपने बालों और खासतौर से सिर की त्वचा में अच्छी त्तरह से तेल लगाएं जिससे इनके बीच एक परत बन जाए। अगर बालों में अच्छी तरह से तेल लगा होगा तो इनमें रंग चिपकते नहीं हैं। आप कोई भी तेल लगा सकते हैं  लेकिन अगर आपको यह पसंद नहीं है तो आप आॅलिव आॅयल और कैस्टोर आॅयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्कार्फ अथवा रूमाल का इस्तेमाल।


होली खेलने के दौरान जहां तक हो सके खुद को ढक्कर रखें। अपने बालों को  सुरक्षित रखने लिए महिला व पुरुष दोनों ही अलग µ अलग तरह से अपने बालों को बांध सकते हैं। इससे बाल सुरक्षित रहेंगे।

बालों को धोएं और शैम्पू करें।


बालों को धोने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चहिए, लेकिन यह ध्यान रखिए कि पानी जादा गर्म न हो । लाइट शैम्पू या हर्बल शैम्पू का इस्तेमाल कीजिए । इसके बाद बालों में कोई अच्छा कंडीशनर इस्तेमाल करें। रगों की वजह से आए रुखेपन से निजात के लिए कंडीशनर जरूरी है।

आज हमने आपको अपने बालों पर होली के रंगों के दुष्प्रभाव को रोकने के बेहतरीन उपाय बताये हैं  । , अगर आप और अधिक जानना चाहते हैं या इस तरह ब्लॉग चाहते हैं तो कृपया हमें अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया या सुझाव के साथ लिखें, हम पढ़ने के लिए हमारे पाठकों का धन्यवाद करते हैं | मुझे उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने आपको प्रासंगिक जानकारी दी है जिसे आप देख रहे हैं? यदि आप इस ब्लॉग को पसंद करते हैं तो हम आपसे साझा करने, पसंद और टिप्पणी करने के लिए अनुरोध करेंगे और कृपया हमारे ब्लॉग चैनल की सदस्यता लें।





Tuesday, February 20, 2018


लगातार छींकें, नाक से पानी आना, आंख व नाक में खुजली रहना एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षण है। इनके बने रहने पर संूघने की क्षमता में कमी, नेजल पोलिप कान सम्बन्धी रोग, अस्थमा आदि समस्याएं हो सकती है। इनसे निजात पाने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा क्योंकि कीईं भी दवा या
सर्जरी एलर्जी का र्पूण व स्थायी हल नहीं है। दवाएं इसे नियंत्रित कर सकती है लेकिन एलर्जी  को जड़ से दूर नहीं कर सकती । 



ऐसे में निम्न सावधानियां मददगार हो सकती हैं। 



धूल, धुंए व ठंड से बचिए । जरूरत पड़ने पर मास्क का प्रयोग करना चाहिए। झाड़ू आदि की

धूल उड़ते समय मुंह व नाक को कपड़े से ढांक कर रखिए।

घर के पर्दे बेडशीट, चादर, कालीन को हमेशां साफ रखिए। धूल जमने से बचाने के लिए इन
पर प्लास्टिक कवर भी लगाया जा सकता हंै। 

झाड़ू से सूखी सफाई करने के बजाए गीले कपड़े से साफ कीजिए। वैक्यूम क्लीनर का प्रयोग भी कर सकत्ते हैं।

घर की दीवारों पर फंगस न जमने दे । फंगस होन पर ब्लीच से साफ कीजिए।

फर व बांल वाले जानवरों से दूर रहिए । साॅॅफट टोंयज से भी बचना चाहिए।

तेज गंध वाले परफ्यूम, इत्र, अगरबत्ती के धुंए आदि से दूर रहना चाहिए व बेहतर होगा ।

धूम्रपान न करें और न ही ऐसे लोगों के आस- पास रहें, जो धूम्रपान कर रहे हों।

कार या गाड़ी में जहा तक सभंव हो सके खिड़की के शीशे चढाकर रखिए । जरूरत के अनुसार ही एसी का प्रयोग कर सकते हैं। 

घर में काॅकरोच व चूहों के प्रवेश पर नियंत्रण रखें । 

घर में अनुपयोगी पुराने फर्नीचर, गद्दे पुरानी फाइलों, किताबों व जूतंे-चप्पलों को  इकट्रठा न होने दें।

पेड़ - पौधों के फूलों से निकलने वाले कुछ छोटे - छोटे कण जिन्हें पोलेन्स कहते है एलर्जन्स के रुप में हवा में विचरण करते है। सुबह 10 बजें से पहले व सूर्यास्त के बाद वातावरण में पोलेन्स का स्तर सर्वाधिक रहता है। इनके संर्पक में आने से बचिए।

खाने की किसी चीजं से एलर्जी हो सकती है जैसे डेयरी पदार्थ, या कुछ पैक्ड पदार्थों में शामिल
एडीटीव्स आदि। ज्ञात होने पर इनसे बचना चहिए ।

एलर्जी के लक्षणों की अनदेखी न करें। एंटीएलर्जिक दवाएं या स्प्रे से इसे नियंत्रित कीजिए ।


आज हमने आपको राइनाइटिस के लक्षणनों के बारे मैं बताया और इसके उपाय भी बताएं  , अगर आप और अधिक जानना चाहते हैं या इस तरह ब्लॉग चाहते हैं तो कृपया हमें अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया या सुझाव के साथ लिखें, हम पढ़ने के लिए हमारे पाठकों का धन्यवाद करते हैं यह ब्लॉग, मुझे उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने आपको प्रासंगिक जानकारी दी है जिसे आप देख रहे हैं? यदि आप इस ब्लॉग को पसंद करते हैं तो हम आपसे साझा करने, पसंद और टिप्पणी करने के लिए अनुरोध करेंगे और कृपया हमारे ब्लॉग चैनल की सदस्यता लें।





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अपने बालों पर होली के रंगों के दुष्प्रभाव को रोकने के बेहतरीन उपाय।

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